संस्कृत सूक्ति – सूक्ति किसे कहते हैं ? सूक्ति का परिभाषा, अर्थ, और उदाहरण (सुभाषितानि)

सूक्ति किसे कहते है? या सूक्ति की परिभाषा

ऐसी बात या वचन जिसे बोलने या सुनने में  अच्छा लगता हो |  अच्छी उक्ति या बढ़िया बात  को सूक्ति कहते हैं | 

उक्ति का अर्थ

उक्ति – स्टेटमेंट (Statement)उक्ति का अर्थ – वाक्य, बोली, बोल, आदेश ये उक्ति के अर्थ होते हैं | 

महत्वपूर्ण सूक्तियाँ सूक्ति संग्रह नीचे दिए गए हैं |
सूक्ति का उदाहरण :- 
[20 महत्वपूर्ण सूक्तियाँ]

1. श्रद्धावान् लभते ज्ञानम् |

अर्थ– श्रद्धावान व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करता है । 

2. सुखस्य मूलं धर्मः । 
अर्थ– धर्म सुख का मूल ( जड़ ) है ।

3. योगः कर्मसु कौशलम् – 
अर्थ– कर्मों में कुशलता ही योग है ।

4. दया धर्मस्य जन्मभूमिः । 
अर्थ – दया धर्म की जन्मभूमि ( जन्मस्थान ) है ।

5. वीरभोग्या वसुन्धरा |
अर्थ– पृथ्वी वीरों के द्वारा भोगी जाती है । 

6. मूर्खेषु विवादः न कर्तव्यः । 
अर्थ – मूों के साथ विवाद नहीं करना चाहिए ।

7. महाजनो येन गतः स पन्थाः | 
अर्थ – श्रेष्ठ लोग जिधर से जाएं वही मार्ग है । 

8. यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते , रमन्ते तत्र देवताः |
अर्थ– जहाँ नारियों की पूजा होती है , वहाँ देवता निवास करते हैं । 

9. परद्रव्यं न हर्तव्यम् । 
अर्थ – दूसरों के धन का हरण नहीं करना चाहिए ।

10. सत्यमेव जयते नानृतम् |
अर्थ– सत्य की ही जीत होती है , असत्य की नहीं । 

11. परोपकाराय सतां विभूतयः |
अर्थ– सज्जनों की सम्पत्ति भलाई के लिए होती है । 

12. नास्ति सत्यात् परं तपः । 
अर्थ – सत्य से बढ़कर दूसरा कोई तप ( तपस्या ) नहीं है ।

13. दूरतः पर्वताः रम्याः | 
अर्थ– दूर के ढोल सुहावने । 

14. धर्मेण हीना : पशुभिर्समानाः | 
अर्थ– धर्महीन ( मनुष्य ) पशु के समान है । 

15. सत्यं स्वर्गस्य साधनम् । 
अर्थ – सत्य ही स्वर्ग प्राप्ति का साधन है ।

16. लोभः पापस्य कारणम् | 
अर्थ– लोभ पाप का कारण है । 

17. यशः शरीरं न विनश्यति ।
अर्थ – यश ( कीर्ति ) रुपी शरीर कभी नष्ट नहीं होता ( अर्थात् शरीर के नष्ट होने पर भी कीर्ति कभी नष्ट नहीं होती ) ।

18. न दिवा स्वप्नं कुर्यात् । 
अर्थ – दिवा ( दिन ) में स्वप्न नहीं देखना चाहिए अर्थात् ( केवल कल्पना लोक में भ्रमण नहीं करना चाहिए ) ।

19. नास्त्यहंकारसमः शत्रुः । 
अर्थ – अहंकार के समान दूसरा कोई शत्रु नहीं है ।

20. न संसारभयं ज्ञानवताम् । 
अर्थ – ज्ञानियों के लिए कोई सांसारिक भय नहीं है ।

यहाँ हमने 20 सूक्ति आपके लिए प्रदान किये हैं |  मैं उम्मीद करता हूँ  कि इन सूक्ति से आपको कुछ सीखने को मिला होगा  | 

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