तू प्यार का दरिया है, एक बूंद के प्यासे हम,
कहीं बढ़ते कदम ना रुकेंगे हम,
तेरे साथ चलेंगे हम । (2)
1. तेरी महिमा के गीतों से आकाश गुंजा देंगे,
तेरी फूलों की खुशबू से वीरान सजा देगें हम,
तेरी मोहब्बत से सह लेंगे हजारों गम। कहीं बढ़ते…
2. आकाश के पक्षी भी तेरी महिमा गाते हैं और,
चांद सितारे भी तेरी बढ़ती घटाओं के साथ,
मधुर धुन भी सुनाएंगे। कहीं बढ़ते…