सदा मैं स्तुति करूँगा, सदा मैं सेवा करूँगा, मुझे बचाया प्रभु ने, सदा मैं स्तुति करूँगा। ~ 2
1. जब में निराशा में था, तूने मुझे आशा दी,
जगत में आया जीवन है दिया मुझे बचाने को
2. प्रेमी प्रभु यीशु, तूने बचाया मुझे,
देता हूँ अपना सम्पूर्ण जीवन, सम्पूर्ण आनन्द से
3. अनादि परमेश्वर, सच्चाई जीवन है तू,
स्तुति प्रशंसा, करता रहूँगा, अपने जीवन से
4. मुझे बचाने आया, जब मैं गुनाहों में था, स्वर्ग को छोड़कर, जगत में आया मुझे बचाने को