भजन संहिता 24
रब्ब खुदावन्द बादशाह है, (2)
वह जलाल का बादशाह है। (2)
1. ऊंचे करो सिर, दरवाजों, ऊंचे हो सब द्वारों, (2)
तो जलाल का बादशाह आवे, (2) सिर तब ऊंचे करो।
2. यह जलाल का बादशाह कौन है? कौन बादशाह कमाल का ? (2)
रब्ब जो जंग में है जोरावर, वह बादशाह जलाल का । (2)
3. ऊंचे करो सिर दरवाजो, ऊंचे हो सब दर्रो, (2)
तो जलाल का बादशाह आवे, सिर तब ऊंचे करो। (2)
4. यह जलाल का बादशाह कौन है? कौन बादशाह कमाल का ? (2)
लश्करों का रब्ब खुदावन्द, वह बादशाह जलाल का । (2)