हे सृष्टि के रचने वाले लिरिक्स ~ He Shristi Ke Rachne Wale Lyrics

हे सृष्टि के रचने वाले
तेरी जय-जयकार हो । (2)
1. चन्द्रमा, सूर्य और तारे,
भूमि के प्राणी भी सारे,
धरती, आकाश और
दूत भी मिलकर
गाते हैं गीत तिहारे ।
2. अपराधों के बन्धन में,
मैं था उलझा हुआ,
पापों से मुक्ति देने को,
मेरे लिए कुर्बान हुआ

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