ऐ यीशु महान, ऐ यीशु महान, (2)
तेरी जय, तेरी जय, तेरी जय । (2)
1. तू कितना दयालु प्रेमी पिता,
तेरे प्रेम की गहराई है अथाह,
दी तू ने गुनहगारों को जान,
तेरी जय, तेरी जय, तेरी जय ।
2. जब तेरी प्रशंसा करने चले,
जब तेरे गुणों को गिनने चले,
तेरा हो न सका कभी हम से बयान,
तेरी जय, तेरी जय, तेरी जय ।
3. हर दिल में तेरा मान है बड़ा,
पाने का तुझे अरमान बड़ा,
ऐ यीशु महान! तू कितना महान,
तेरी जय, तेरी जय, तेरी जय ।